जैसलमेर को द गोल्डन सिटी के नाम से भी जाना जाता है। जैसलमेर राजस्थान का एक ऐतिहासिक शहर है। यह राजस्थान की पश्चिम दिशा में पाकिस्तान बॉर्डर से सटा हुआ है। राजस्थान की राजधानी जयपुर से लगभग 556 किलोमीटर की दूरी पर बसा हुआ है।
जैसलमेर राजस्थान का पहला और भारत का तीसरा सबसे बड़ा जिला बन चुका है। यहाँ की रेतीली पहाड़ियां जैसलमेर की सुंदरता को दर्शाती है। इस शहर की स्थापना 1156 ईस्वी में की गई थी। जैसलमेर एक ऐसा शहर है जो कि इतिहास प्रेमियों को सबसे ज्यादा आकर्षित करता है।
अगर आप भी राजस्थान घूमने आए हैं तो एक बार जैसलमेर जरूर देखिएगा। अगर आप जैसलमेर घूमने का प्लान बना रहे हैं तो हमारी आज की जानकारी को जरूर पढ़ियेगा।
1. जैसलमेर किला
जैसलमेर किला जैसलमेर की शान है और यह जैसलमेर के केंद्र में स्थित है। 12 वीं सदी में जैसलमेर किला को राव जैसलमेर द्वारा बनवाया गया था। पीले बलुआ पत्थरों की मदद से किले का निर्माण किया गया है। सूर्यास्त के समय जैसलमेर किला एकदम सोने की तरह चमकता है। सुबह 9:00 बजे से शाम के 5:00 बजे तक आप जैसलमेर किला देखने आ सकते हैं।
2. बड़ा बाग
बड़ा बाग एक ऐसा गार्डन है जोकि जैसलमेर से 6 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। जैसा कि इसके नाम से ही पता चल रहा है कि यह एक बिग गार्डन है। यह
गार्डन एक कब्रिस्तान है जहां पर राजपूत शासकों को मरने के बाद जलाया गया था। बिग गार्डन सुबह 8:00 बजे से शाम के 6:00 बजे तक खुला रहता है।
3. पटवों की हवेली
इसका निर्माण व्यापारी गुमान चंद द्वारा अपनी पांच बेटियों के लिए करवाया गया था। पटवों की हवेली पांच हवेली का समूह है। इसका निर्माण भी पीले बलुआ पत्थर से करवाया गया है। इसके निर्माण में लगभग 50 साल लग गए थे। पर्यटकों के लिए पटवों की हवेली सुबह 9:00 बजे से शाम के 5:00 बजे तक खुली रहती है।
4. सैम सैंड ड्यून्स
अगर आप जैसलमेर घूमने आए हैं और इसके चारों तरफ रेगिस्तान में सफारी का मजा नहीं लिया तो जैसलमेर की यात्रा अधूरी रह जाती है। सैम सैंड ड्यून्स जैसलमेर से लगभग 42 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। सूर्यास्त के समय आप सभी ऊंट के द्वारा रेगिस्तान में सफारी का आनंद उठा सकते हैं।
5. गडिसर झील
महारावल गड्सी द्वारा इस झील का निर्माण 14 वीं शताब्दी में करवाया गया था। झील के किनारे में काफी सारे छोटे बड़े मंदिर स्थित है और यह जैसलमेर की
कभी ना सूखने वाली झील है। यहां पर आकर आप बोटिंग का भी मजा ले सकते हैं।
6. कुलधरा गाँव
यह गांव जैसलमेर के डरावने गांव में से एक माना जाता है। 170 साल से यह गांव खंडर पड़ा हुआ है
लेकिन पहले यहां पर काफी ज्यादा आबादी हुआ करती थी। इस गांव के बारे में ऐसा कहा जाता है कि पहले यहां पर एक मंत्री रहा करता था जिसका नाम सलीम सिंह था। वह हर हाल में एक गांव की सुंदर लड़की से शादी करना चाहता था। लेकिन जब गांव वालों ने इस बात का विरोध किया तो उसने गांव वालों के ऊपर दुगना लगान लगा दिया था। के बाद गांव वाले रातों-रात गांव खाली करके कहीं पर चले गए थे। लेकिन आज तक नहीं पता चला है कि वह कहां गए थे।
7. जैन मंदिर
जैन मंदिर जैसलमेर किले के बीच में स्थित है। इस पुराने मंदिर का निर्माण 12वीं और 15 वी शताब्दी के बीच में किया गया था। यह एक मंदिर नहीं है बल्कि यह 7 मंदिरों का समूह है। इन सभी को एक जैसे पत्थरों से बनाया गया है। यहां पर आपको सुंदर पक्षी और मानव के चित्र देखने को मिलते हैं।