भारत सरकार ने महिलाओं की यह एक विशेष योजना का आरंभ किया जिसमें महिलाओं गर्भावस्था मैं सहायता स्वरूप राशि प्रदान की जाए महिला द्वारा जीवित बच्चे को जन्म देने को जन्मदिन पर सरकार द्वारा उसे यह राशि प्रदान की जाती है।
भारत सरकार ने प्रधानमंत्री गर्भावस्था सहायता योजना आरंभ की है इसके अंतर्गत महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान Rs 6000 की आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है गर्भावस्था सहायता योजना की शुरुआत हमारे देश में 1 जनवरी 2017 को की गई थी इस योजना के तहत 2021 में पहली बार गर्भधारण करने वाली महिलाओं को आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी।
गर्भवती महिलाओं को Rs 6000 का लाभ हमारे देश में सभी महिलाओं को मिल गया है। जो भी गर्भवती महिलाएं आवेदन करने की इच्छुक है वह अपने स्वास्थ्य केंद्र आंगनवाड़ी में जाकर फार्म भरवा सकते हैं। इस योजना का लाभ महिला को जीवित बच्चे के जन्म देने पर ही प्राप्त होगा। इस योजना के अंतर्गत वही महिला आवेदन कर सकती है जिसकी उम्र 19 साल या 19 साल से अधिक हो इस योजना के तहत महिलाओं के जीवन स्तर में सुधार का प्रयास किया जा रहा है।
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प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना के अंतर्गत महिलाओं को बच्चे का जन्म होने पर Rs 6000 की राशि प्रदान की जाती है यदि परिवार में दूसरे बेटी जन्म लेती है तो तब भी Rs 6000 की राशि प्रदान की जाएगी यह राशि तीन किस्तों में प्रदान की जाती है योजना देश की महिलाओं के स्वास्थ्य में सुधार करने में कारगर साबित हो रही है इसके अलावा महिलाओं के जीवन स्तर में भी सुधार आ रहा है यह सरकार द्वारा महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए शुरू की गई एक पहल है किसका लाभ लाखों महिलाएं प्राप्त कर रही है।
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इस योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए पहली बार मां बन रही महिला और उसके पति का पहचान पत्र बैंक पासबुक की फोटो कॉपी और मातृ शिशु सुरक्षा कार्ड होना अनिवार्य है इसके अलावा बैंक में अकाउंट कार्यरत होना चाहिए महिलाओं को यह राशि दो से तीन किस्तों में प्रदान की जाती है।
इस योजना में पहली किस्त गर्भधारण की 150 दिन के अंदर पंजीकरण करने पर मिलती है वहीं दूसरी किस्त 180 दिन के अंदर मिल जाती है और आखिरी किस्त शिशु को प्रथम टीकाकरण के बाद प्रदान की जाती है इस योजना के माध्यम से गर्भवती महिलाओं को आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है जिससे कि वह अपने स्वास्थ्य का ध्यान रख सके।