भारतीय सरकार इन दिनों एक बहुत बड़ा कदम उठा रही है जिसके तहत इलेक्ट्रॉनिक बाइक और अलग अलग प्रकार के इलेक्ट्रॉनिक वाहनों को रिचार्ज करने के लिए एक चार्जिंग स्टेशन बनाया जा रहा है। कार्य शुरू कर दिया गया है और 700 साइटों की पहचान कर ली गई है।
स्वर्णिम चतुर्भुज राजमार्ग, पूर्व-पश्चिम और उत्तर-दक्षिण कॉरिडोर और ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे इन सभी इलाकों पर चार्जिंग करने के लिए पॉइंट लगाए जाएंगे। आम भाषा में बात करे तो जिस प्रकार पेट्रोल और डीजल भरवाने के लिए पेट्रोल डीजल पंप होते हैं। इसी प्रकार इलेक्ट्रॉनिक बाइक या फिर इलेक्ट्रॉनिक गाड़ी को रिचार्ज करने के लिए जगह जगह पर चार्जिंग पॉइंट लगाए जाएंगे।
एक रिपोर्ट के अनुसार भारतीय सरकार द्वारा जल्द ही
बैटरी स्वैपिंग की अनुमति दे दी जाएगी। बताया जा रहा है कि इन चार्जिंग स्टेशन पर किसी भी गाड़ी को चार्ज करने में ज्यादा समय नहीं लगेगा। आमतौर पर देखा जाता है कि चार्जिंग करने के लिए घंटों समय लगता है लेकिन नई तकनीक की नए तरीके से चार्जिंग का तरीका बनने वाला है।
अगर वाकई में ऐसा होता है तो 2070 तक भारत देश में काफी कुछ सुधार देखने को मिल सकता है। जैसा कि हम देख सकते हैं कि आजकल पेट्रोल और डीजल की गाड़ियों की वजह से हमारे देश में कितना ज्यादा पोलूशन हो रहा है। ऐसे में सबसे पहले लोगों को समझाना पड़ेगा कि इलेक्ट्रॉनिक या फिर ई बाइक चलाने से किस प्रकार का फायदा हो सकता है।
अगर हम चार्जिंग पॉइंट टेक्नोलॉजी के बारे में बात करें तो विदेशों में यह टेक्निक आज से कई सालों पहले शुरू हो गई थी। लेकिन भारत में धीरे-धीरे करके इसका प्रचलन शुरू होने वाला है। जैसा कि आजकल हम देख सकते हैं कि सड़कों पर काफी सारे लोग ई बाइक चलाते हुए नजर आते हैं और यह एक अच्छी बात भी है।
लेकिन आपका इस बारे में क्या कुछ कहना है आप हमें कमेंट करके बता सकते हैं। क्या सरकार को इस बात को लेकर मंजूरी देनी चाहिए यह भी आप हमें बता सकते हैं।