केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 31 अक्टूबर, 2021 को डेयरी सहकार योजना की शुरुआत की थी । इस योजना को गुजरात के आणंद में किसानों की आय को दोगुना करने और आत्मनिर्भर भारत बनाने के उद्देश्य से शुरू किया गया है।
डेयरी सहकार योजना 5000 करोड़ रुपये के कुल निवेश बजट के साथ शुरू की गई थी। इसे NCDC द्वारा सहकारिता मंत्रालय के तहत सहयोग से समृद्धि तक के दृष्टिकोण को साकार करने के लिए लागू किया जाएगा। NCDC दूध खरीद, गोजातीय विकास व गुणवत्ता आश्वासन और ब्रांडिंग, पैकेजिंग तथा परिवहन व दूध और दूध उत्पादों के भंडारण और डेयरी उत्पादों के निर्यात जैसी गतिविधियों के लिए पात्र सहकारी समितियों को वित्तीय सहायता प्रदान करेगा।
अमूल के 75वें स्थापना वर्ष का जश्न मनाने के लिए अमूल द्वारा आयोजित एक समारोह के दौरान यह योजना लांच की गई। इस योजना में भाग लेने वाले स्थानीय लोगों ने काफी इंटरेस्ट दिखाया।
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अमूल गुजरात में आणंद में स्थित एक भारतीय डेयरी सहकारी समिति है। इसकी स्थापना 1946 में हुई थी। इसका प्रबंधन गुजरात को-ऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन लिमिटेड ही करती है। GCMMF का स्वामित्व गुजरात में लगभग दूध उत्पादकों और जिला दुग्ध संघों के ऊपर वाले निकाय के पास है। अमूल ने भारत की श्वेत क्रांति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और इसे दूध और दूध उत्पादों का दुनिया का सबसे बड़ा उत्पादक बना दिया था।