सुकन्या समृद्धि योजना में देखा जाए तो केंद्र सरकार की तरफ से शानदार बचत योजना मानी जा रही है जिसका अक्सर फायदा मिलना शुरु हो जाता है। इन योजनाओं को लेकर लोगों को फायदा होना शुरु हो गया है। इसे बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ स्कीम के तहत लक्ष्य लेकर लांच कर दिया गया है।
छोटी बचत स्कीम को देखा जाए तो इस बारे में सुकन्या सबसे शानदार योजना देखा जा रहा है। यह स्कीम लंबी अवधि की वजह से निवेशकों को फायदा पहुंचाने में सबसे अग्रणी है। और बेटियों के नाम को लेने के बाद देखा जाए तो चलने जा रही योजना में 3 गुना की बढ़ोतरी की संभावना हो चुकी है। SSY में PPF, एफडी, एनएससी, आरडी, मंथली इनकम स्कीम और टाइम डिपॉजिट के अलावा शानदार योजना का फायदा लिया गया है। इसमें किसी भी 10 साल से कम उम्र की बेटी का खाता कम से कम 250 रुपये जमा करने के बाद खुलवाया जा सकता है।
सुकन्या समृद्धि योजना बालिकाओं के लाभ के लिए शुरू की गई सरकार द्वारा समर्थित एक बचत योजना है। यह बेटी बचाओ, बेटी पढाओ योजना का एक हिस्सा है और 10 वर्ष से कम उम्र की बालिकाओं के माता-पिता इस योजना के तहत बालिकाओं का अकाउंट खोल सकते हैं। यह अकाउंट बैंकों और पोस्ट ऑफिस में खोला जा सकता है और अकाउंट को 21 वर्ष तक या 18 वर्ष की आयु के बाद उसकी शादी होने तक चलाया जा सकता है।
अगर आप भी बेटी के पिता हैं और चाहतें हैं कि आपकी लाडली का भविष्य आर्थिक रूप से सम्पन्न हो और उसे कभी पैसों की दिक्कत न आए तो आप भी सरकार की इस शानदार निवेश की पहल को शुरू कर सकते हैं. इस खास स्कीम में निवेश करने पर आपकी बेटी 21 साल में ही लखपति बन जाएगी। इस स्कीम में आपको बस रोजाना 416 रुपये निवेश करना है. ये आपके ये 416 रुपये आगे चलकर आपकी बिटिया के लिए 65 लाख रुपये की मोटी रकम बन जाएगी। इससे आपकी बेटी की पढाई का खर्च भी आसानी से निकल जाएगा और आगे का जीवन भी खुशहाल होगा।
पहले इस योजना में दो बेटियों के खाते पर ही एससी के तहत टैक्स छूट का लाभ मिलता था। तीसरी बेटी पर यह फायदा नहीं मिलता था। नए नियम के तहत एक बेटी के बाद यदि दो जुड़वां बेटियां पैदा होती हैं तो उन दोनों के लिए भी खाता खोलने का प्रावधान है।
सुकन्या समृद्धि योजना के तहत खोले गए खाते को पहले दो परिस्थियों में बंद किया जा सकता था. पहला बेटी की मौत हो जाए तो और दूसरा यदि बेटी के रहने का पता बदल जाए तब। लेकिन नए बदलाव के बाद खाताधारक की जानलेवा बीमारी को भी इसमें शामिल कर लिया गया है. अभिभावक की मौत होने पर भी समय से पहले अकाउंट बंद किया जा सकता है।