
भवानी देवी दागर के बारे में आज हम बात कर रहे हैं। 94 कि उम्र में जब ट्रैक सूट, स्पोर्ट शूज और गले मे 3 मैडल डालकर मंगलवार को दिल्ली एयरपोर्ट पर उतरी तो हर कोई इन्हें देखता ही रह गया।
सब लोग हैरान हो गए कि आखिरकार 94 साल के उम्र की ये महिला कौन है जोकि जीत का जश्न मना रही है और हर कोई इनके इर्द गिर्द चक दे इंडिया के नारे लगा रहा है। जब सबको पता चला कि इस दादी ने फिनलैंड में भारत का नाम रोशन किया है तो हर किसी के चेहरे पर खुशी आ गई।
94 या फिर 100 साल की उम्र में ज्यादातर लोग बिस्तर पर लेटे हुए या फिर अंतिम घड़ी के इंतजार में रहते हैं। ऐसे में भवानी देवी दागर ने ये कारनामा कर दिखाया ये वाकई में देश के लिए गर्व की बात है। दिल्ली के गांव से निकलकर फिनलैंड तक पहुंची इस दादी ने कमाल कर दिखाया।
बताया जा रहा है कि 94 साल की ये दादी नजफगढ़ में मौजूद मलिकपुर गांव की रहने वाली है। एक रिपोर्ट के अनुसार बताया जा रहा है कि 27 के उम्र में ही इनके पति का निधन हो गया था। इसके साथ में 4 साल बाद बेटी का भी निधन हो गया था।
बेटी की जिम्मेदारी खुद भवानी देवी दागर के कंधों पर थी। लेकिन इतना कुछ होने के बाद भी इन्होंने हार नही मानी थी। 93 कि उम्र में जब इन्होंने पहली बार शॉटपुट उठाया था तो इनके जज्बे को लेकर हर किसी ने सलाम किया था।
आज की तारीख में 94 साल की इस दादी को ‘क्वीन ऑफ एथलेटिक्स’ और ‘क्वीन ऑफ स्पोर्ट्स’ के नाम से भी जाना जाता है। 2022 में इन्होंने वर्ल्ड मास्टर्स एथलेटिक्स चैंपियनशिप
में भारत के स्वर्ण पदक जीता है। तकरीबन 100 मीटर की रेस में स्वर्ण पदक जीतकर इन्होंने हर किसी को अचंभित कर दिया है।